ज़िन्दगी का गीत
मेरे साथ ज़िन्दगी का गीत गाइये,
अपने ही धुन में रहकर गुनगुनाइये।
हर गम को ख़ुशी से पी जाइये ,
जीवन में मौज की बहार लाइये,
मेरे साथ ज़िन्दगी का गीत गाइये।
इंसान वो महान धैर्य है जिसमें ,
मुसीबत से लड़ने साहस है जिसमें।
मंजिल केलिए अथक चलते जाइये
मेरे साथ ज़िन्दगी का गीत गाइये।
विश्वास हो अडिग तो,पर्वत काट दे ,
अटल हो संकल्प तो बाधा क्या करे,
बोलने वालों की फ़िक्र फिर कौन करे
सर झुके न कभी ऐसा चरित्र बनाइये,
मेरे साथ ज़िन्दगी का गीत गाइये।
आप हैं महान,आपसे दूजा न कोई ,
कीजिये न फ़िक्र सोचता क्या कोई।
अपनी काबिलियत को अब तो पहचानिये,
अपने ही धुन में रहकर गुनगुनाइये,
मेरे साथ ज़िन्दगी का गीत गाइये।
- रघुपति झा
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